चिकित्सा संबंधी योग,,,
पुत्र जीवक के पत्तों को पानी में उबालकर उस पानी से स्नान कराएं फिर गंण्डोरिकदम् तैल लगाएं।
यह कार्य लगातार रोजना एक माह तक करें।
NOTE:-THIS IFORMATION IS ONLY FOR KNOWLEDGE PURPOSE.IF ANY PATIENT SUFFERING FROM THIS DISEASES CONTACT FROM DR. DP SIR , TO GIVE PROPER TREATMENT UNDER GUIDENCE. Uploaded by – डॉ. डीपी सिंह शिष्य :- अंकुश वर्मा
Leave Your Comment